हुस्न के जाल में फंसाकर व्यापारी-शादीशुदा लोगों से पैसे एेंठने का खेल, दो महिला और दो दलाल गिरफ्तार

भोपाल . इंदौर में ब्लैकमेलर्स गैंग का राज खुलने के बाद राजधानी में भी अपने हुस्न के जाल में फंसाने वाली गैंग का खुलासा हुआ है। देह व्यापार की आड़ में ये गैंग शादीशुदा और व्यापारियों को ज्यादती के झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल करती थी। इस गिरोह की सरगना दसवीं फेल है, लेकिन रईसजादों से उसका सौदा मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए होता है। इस गैंग में और भी चार युवतियों के शामिल होने के प्रमाण पुलिस को मिले हैं। साथ ही पुलिस ने इस गैंग के मददगार पुलिसकर्मियों की जांच भी शुरू कर दी गई है।


इनमें एक थाना प्रभारी और तीन सिपाही शामिल हैं। मामले का खुलासा करते हुए एसपी नॉर्थ शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि निशातपुरा पुलिस ने इस गैंग की दो महिलाओं और उनके दो दलालों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें बैतूल निवासी नीपा धोटे उर्फ प्रिया उर्फ नुपूर विश्वास, रिवाना उर्फ आबी उर्फ रिजवाना बेग, रूपनारायण गिरि और दीपांकर मंडल शामिल हैं।


गिरोह ने जेल भिजवाने की धमकी देकर 40 हजार से लेकर पांच लाख तक वसूले 


नामचीन होटलों में रुक चुकी हैं महिलाएं : सीएसपी लोकेश सिन्हा ने बताया कि सौदा तय होने पर ग्राहक नीपा या उसकी साथी को जहां चाहे वहां बुला लेते थे। आने-जाने का टिकट और रुकने का भुगतान भी ग्राहक को ही करना होता था। एक रात रुकने के लिए वह 20-25 हजार रुपए तक वसूलती थीं। इसके लिए वह गोवा, दिल्ली, मुंबई और मप्र के नामचीन होटलों में रुक चुकी है।


एक टीआई, तीन सिपाहियों की जांच शुरू : इस गिरोह के पकड़े जाने के बाद उनके मददगारों के तौर पर शहर के एक थाना प्रभारी और तीन सिपाहियों के नाम भी सामने आए हैं। डीआईजी इरशाद वली ने इन चारों पुलिसकर्मियों की जांच भी शुरू करवा दी है। आरोप है कि ये पुलिसकर्मी इस गिरोह के आवेदन को आधार बनाकर लोगों पर पुलिसिया दबाव बनाते थे।


पांच लाख उधार मांगे, नहीं दिए तो दर्ज करवाया केस : एसपी चौहान ने बताया कि इस मामले में निशातपुरा निवासी एक युवक ने बीती 23 सितंबर को शिकायत की थी। बताया कि चारों आरोपी एक साल पहले मोबाइल फोन शॉप पर आए थे। नीपा ने फोन फायनेंस करवाया। इसके बाद भी दुकान पर उनका आना-जाना लगा रहा। करीब आठ महीने पहले चारों ने मुझसे पांच लाख रुपए उधार मांगे। मैंने इनकार किया तो दोनों लड़कियों ने मुझे धमकी देते हुए कहा कि तुम्हें और तुम्हारे भाई को ज्यादती के झूठे केस में फंसाकर जेल में सड़वा देंगे। दीपांकर और रुप नारायण ने धमकाते हुए मुझसे 80 हजार रुपए नीपा के खाते में जमा करवा लिए। पूरी रकम न मिलने से नाराज होकर उन्होंने मुझ पर बीती 28 अगस्त को ज्यादती का केस दर्ज करवा दिया। जांच में ये शिकायत सही निकली तो पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।